मंगलवार, 30 जनवरी 2024

चौखट


 

न बरसात का मौसम है

न शबनम ही गिरती है

पर जहाँ बैठ कर अक्सर

तुम्हारा इंतज़ार करता हूँ

न जाने उस खिड़की की चौखट

नम क्यों रहती है

- प्रदीप शर्मा

 

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