सोमवार, 20 नवंबर 2023

दीपों का पर्व है

 

दीपों का पर्व है दीप जलाओ दीप जलाओ जी !

तम है जिन मन

उनके दीपक बन जाओ जी ;

अंधेरा रहे न धरा पर

तुम भी दीपक बन

उस दिपावली के

दीपक बन जाओ जी !

खिल- खिलौना , बतासे और मिष्ठान

जिस घर कोई नहीं गया

उस घर भी दे आओ जी !

पवित्र पर्व है

छोटा-बड़ा कोई रह न जाए

सभी को बधाई दे आओ जी !

दीपों का पर्व है दीप जलाओ जी !

गुरु को प्रणाम कर

मम्मी - पापा को शीश

नवाकर आशीर्वाद लेलो जी !

विधवा-आश्रम, वृद्धा-आश्रम, अनाथ- आश्रम जाकर 

बुझे हुए तिरस्कृत-उपेक्षित

दीपक जला आओ जी !

स्नेह से गले लगाओ जी !

मानव धर्म निभाओ जी

दीपों का पर्व है दीप जलाओ जी !

 

-              मनोज कुमार कैन

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