जल तू जलाल तू
आई
बला को टाल तू
धंधा
चाहे कोई करें हम
कर
दे मालामाल तू
रिश्ते-नाते, दोस्तियों में
भर
दे रंग-गुलाल तू
इज़्ज़त
बड़ों को, प्रीत बाल से
ऐसा
ही दे ख़्याल तू
सबका
प्यारा बन जाऊँ मैं
ऐसा
दिखा कमाल तू
मेरा
“मैं” तू पूरा हर ले
तेरा
रंग यूँ डाल तू
हर
हाल में तेरी मस्ती
कर
दे ऐसा हाल तू
जल
तू, जलाल तू
आई
बला को टाल तू
-हरप्रीत सिंह पुरी
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