शनिवार, 11 नवंबर 2023

कमरा और दिल

    

कमरा खाली करते वक़्त

जाने वाला

समेट लेता है सभी जरूरी सामान

और छोड़ देता है

फालतू सामान

यहाँ वहाँ बिखरा-सा

 

कमरे की मानिंद ही

जब दिल से निकल कर जाता है कोई

तो वो ले जाता है साथ अपने

सारी की सारी

जीवन को जीवन देती

जरूरी खुशियाँ

और छोड़ जाता है तमाम अवसाद

 

खाली कमरा भरा रहता है कबाड़ से

और खाली दिल दुखों के पहाड़ से

 

फिर एक दिन

खाली कमरे को अपनाने

कोई आता है

बाहर कर सारे कबाड़

उसे करीने से सजा

नए रंग और नई रोशनी से

भर देता

 

दिल से भी

कोई नया रिश्ता

जब जुड़ता है

बुहार कर बाहर कर देता है

पुरानी धूड़ सरीखे दुखों को

और फिर से सजा देता है

नई उंमगे, नई तरंगे

नये प्यार सी.....

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