इस नवरात्रि
रंगों का विभाजन थोड़ा बदलना होगा
हमने लड़कियों को गुलाबी रंग दे दिया है
और लड़कों को नीला रंग दिया है
अपनी सीमाओं में अटक से गए हैं
हमें इन रंगों को बदलना होगा
हमें लड़कियों को देना होगा
अब नीला रंग
जिससे वह आसमान की ऊंचाई से लेकर समंदर की गहराई को भी माप सके,
नीले रंग की प्रबल शक्तियों को अपने अंदर भर सके
और लड़कों को उपहार स्वरूप देना होगा अब गुलाबी रंग
जिस से वह फूलों की खुशबू,तितली की कोमलता,
भोर की मासूमियत से लेकर मां के होठों के कंपन तक को पहचान सके
और
एक दिन इन रंगों को मिला देना होगा
इंद्रधनुष पर सबका अधिकार होगा
हम नहीं बांधेंगे
लड़के और लड़कियों को रंगों की सीमा में
हम खरीदेंगे लड़कियों के लिए नीले कुर्ते और लड़कों के लिए गुलाबी
कमीज़े
पृथ्वी के हरे रंग को लाल होने से बचाना
दूसरा जरूरी काम होगा
डॉ सोनाली चक्रवर्ती
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें