सोमवार, 1 जनवरी 2024

माँ अम्बे से विनती

 हे अम्बे ! माँ भवानी,

पूजे तुझे दिन रात,

कृपा अपनी बरसाइये

करबद्ध विनती है, माता जगदम्बा

समृद्धि लेकर घर में पधारिये

 

जग जननी कल्याणी,

सब दुख तारणी

नव दुर्गा जग हारिणी,

दर्द सब हरने भक्तजनों के

द्वार हमारे चले आईये

प्रसद्धि लेकर घर में पधारिये

 

शेर की सवारी करती,

दानव का मर्दन करती,

विनाश के आकाश पर

शांति का सृजन करती

सिर पर हाथ धरो हे माँ शेरावाली

चौखट को हमारी अपने कदम लगाईये

ऋद्धि  सिद्धि लेकर घर में पधारिये

 

हे अम्बे ! माँ भवानी,

पूजे तुझे दिन रात,

कृपा अपनी बरसाइये

करबद्ध विनती है, माता जगदम्बा

समृद्धि लेकर घर में पधारिये

अपने आशीवार्द से ख्याति बरसाइये,

 

- सूर्यकांत सुतार 'सूर्या

 

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