“नवल
वर्ष, ऊर्जा भर जाए
प्रीत, मीत, नवगीत सुनाए
करें अलविदा हम अतीत को
आगत, उर ‘उदार’ कर जाए।”
नव वर्ष की आप सभी
साहित्य साधकों को बहुत-बहुत बधाई एवं
हार्दिक शुभकामनाएँ
सभी स्वस्थ, प्रसन्न,
संतुष्ट, सुखी ,आनंदित और प्रफुल्लित रहें।
सुख का संचार करें।
“लेखनी
में धार भर दें
हर हृदय में प्यार भर दें
ग़ैर कोई भी रहे ना
विश्व इक परिवार कर दें।।”
डॉ० दुर्गा सिन्हा ‘उदार’
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