विरोध
कर या समर्थन कर
कुछ
तो कर।
तू
जिंदा है मरा नहीं
हलचल
तो कर।
सजीव
हो,निर्जीव
ना बन
फिकर
ना कर।
वक्त
से कदम मिला
निकल
बाहर ।
कुछ
तो बोल, खामोश ना रह
बहस
ही कर ।
क्या
हो रहा / क्या सह रहा
बयान
कर।
जी
भर के इत्मीनान से
दीदार
कर।
दुनिया
इतनी भी बुरी नहीं
विचार
कर।
चाहने
वाले कम तो नहीं
इकरार कर।
- विकास उपाध्याय
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