शनिवार, 13 जनवरी 2024

इतिहास में प्रेमपत्र

प्रेम दुनिया की सबसे अद्भुत घटना है

और प्रेमपत्र उसके जीवंत साक्ष्य

मैं चाहता हूँ कि कभी

प्रेमपत्रों का इतिहास लिखूँ

यह जानते हुए भी कि उन्हें

सीने से लगाकर रोया

या हँसा जा सकता है

उनपर कविताएँ लिखी जा सकती हैं

महाकाव्य भी

उनके लिए लेकिन

इतिहास में कोई जगह नहीं होगी

 

इतिहास बनते हैं युद्ध से

विनाश से

हत्या से

रक्तपात से

सम्राटों से, लुटेरों से, दुराचारियों से

और कभी-कभी धर्म से भी

 

इतिहास में बस प्रेमपत्र दर्ज नहीं होते।

 

-ध्रुव गुप्त

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें